बार बार उठु फिर तुजे देखु, लगता है तू नींदों में नही मुझमे खोयी है, कैसे कर लूं अपनी आंखे बंद मेरी बांहो में मेरी तकदीर जो सोई है।। #रोमेंटिक शायरी