मुझपे इतना सा करम करदो मेरी आंख में आंसू दो और दिल में एक जख्म करोदो। और खुद को सजा लिया हो तो मेरी एक बात सुनो। किसी और का होने से पहले तुम आकर मुझे खत्म करोदो। मुझपे इतना सा कर्म करदो। खुशियां चारों तरफ होंगी तेरे आंगन मे और चेहरा भी घुंघट से ढका होगा। जनाजा उठ चुका है मेरी गलियों से तुम आकर बस मुझे मिट्टी में दफन कर दो। मुझपे इतना सा कर्म करदो। मेरी आंख में आंसू दो और दिल में एक जख्म करोदो। ©navi shayar #navishayar#love #udas