आलोक: रश्मि.. रश्मि.. कहाँ चली गयी यार नियती: अरे! उसे नींद आ रही थी, तो वो सोने चली गयी आलोक: लेकिन वो इतनी ख़ुश क्यों थी नियती: वो मैं तुम्हें नहीं बता सकती आलोक: लेकिन क्यों.. तुम तो बताओ नियती: मेरे ख़्याल से, शर्मा गयी होगी आलोक: अच्छा.. पर क्यों नियती: सब मैं ही बताऊँ.. तुम्हारी जीवनसंगिनी है, तुम जानो आलोक: हाँ!! अब समझ आया 😊😊 नियती: क्या समझे.. बताओ न.. इतने ख़ुश क्यों हो गए आलोक: न न.. कुछ नहीं.. बस "ऐसे ही" नियती: आहा!! हम भी समझ गए 😊😊 इज़हार न सही, इनकार न सही सच!! इश्क़ तो बस तुझी से है #yqconversations #yqlove #yqdidi #yqhindi #yqdiary