बहुत किस्मत से मिलते, कोई अपना बताने वाले गैरों की बातो मे आकर ए दोस्त अपनो से कभी उलझा नहीं करते अक्सर कङवा बोलकर कुछ अच्छा ही करते है वो उनकी हर बात का गलत जवाब दिया नहीं करते अक्सर धूल झौंका करते है आँखों मे यहां लोग अपना बनाकर हर किसी पर आँख बंद करके यकीन किया नहीं करते माना कि तकलीफें बहुत हैं जिन्दगी मे मगर तमाशा बनाए जो गमों का तुम्हारे ए दोस्त उन्हें अपने दर्द सुनाया नहीं करते #अपने_तो_अपने_होते_हैं 😊😊