हिंदी दिवस द्वापरयुग में आये तुम नन्द लला कह लाये तुम क्यों देर भयी तुम्हें आने में मोर पँख भी साथ लिए बंसी भी तुम हाथ लिए क्यों देर भयी तुम्हें आने में हरपा राधे राधे गूँज रही हर देवी तुमको पूज रही देवकी, वासु के घराने में गजोधर आये तुम बरसाने में कहो मुरलीधर क्या कहते हो क्यों देर भयी तुम्हें आने में राधा तुम ही, तुम ही कान्हा, प्यार की हो हर मूरत तुम तुम्ही वासु, तुम्ही मोहन, द्वारकेश की सूरत तुम बचपन बीता गोकुल में, मथुरा गोपिन को भाये तुम माखन चोर, श्याम हो तुम, केशव सा रूप ले आये तुम कोई कमी तो बतला दो, मेरे गोविन्द तुम्हे मनाने में क्यों देर भयी तुम्हें आने में क्यों देर भयी तुम्हें आने में .......... Mohd Nasir #krishna