White था गोलियों से छलनी तन तब भी न झुके | लहराया ध्वज गगन में ताकि न शान मिटे | सारी उमर ऐसे वीरों की वीरता के 2 बिसरा के सब कलम मेरा गाथाएँ लिखे || ©कवि प्रभात #kargil_vijay_diwas देशभक्ति कविताएँ