White बिन मोहब्बत के गुज़ारा हो रहा है रंज ये हम को गवारा हो रहा है नफरते अब राज़ करने लग गयी हैं ये क़यामत का इशारा हो रहा है हर खुशी ने साथ मेरा छोड़ डाला अब मुझे ग़म का सहारा हो रहा है क्या किनारा पास आता जा रहा है या किनारे से किनारा हो रहा है मैं तो अपनी ज़िंदगी को जी चुका हूॅं अब तो हर पल इस्तिआ'रा हो रहा है ©Poet Kabiir zindagi sad shayari shayari on love shayari on life attitude shayari sad shayari #poetkabiir #Shayari #Love #Poetry #urdu