आँचल छुपना चाहता हूं तेरी आंचल में हर पल मेरी मां ये दुनिया और उनके लोग से मुझे डर लागता है कियूंकि यहां सभी सच से ज्यादा झूट की मुसाफिर हैं गलतियां करके भी में सही हूं बोलते रेहेतें हैं ... आंचल