कुछ लोग मजाक मजाक में इतने डूब जाते है कि उस मजाक को ही अपनी जिंदगी की नाव को डुबोने का कारण बना लेते है और दोष अपने किसी भले व्यक्ति को देते रहते है इसी लिए मजाक भी समझदारी से ही उचित अनुसार करनी चाहिए ©Sandeep kumar Sakhawar खुशियों का सबेरा