जिन्दा रहना है तो हर साँस हुकूमत से ना मांग ! अस्ल मुंसिफ है खुदा तो रहम अदालत से ना मांग । जिदंगी भीख अगर है तो ना मिलना बेहतर ! और अगर हक है तो इतनी शराफत से ना मांग ।। अस्ल मुंसिफ-असली इंसाफ करने वाला