भीगा मनवा...मन लगा गाने झूम झूम कर खुशी का तराना, कितना खूबसूरत था वो मंज़र, बादलों का सफ़ेद खरगोश हो जाना बारिश मुझे खूब भाती है, संग उसके खेल कर, जाने क्यूँ मन को सुकून आता है। संग उसके आँखे भी बरस जाती है। मन भी खिल जाता है। 🌧🌧🌧🌧🌧🌧🌧 ❤❤❤❤❤❤❤ भीग कर तुझ संग खुद को भूल जाती हूँ ।