हर बार मैं कोशिश करती हूँ ,हर बार मैं हारा करती हूं,, तुमसे दूर बहुत दूर जब रहती हूं,,हस हस कर बारिश में रोया करती हूँ।। नादां नही है हम भी ,,नादां नही हो तुम भी , नजाने क्यो मिलकर हम तुम बच्चे बन जाते है।। ताउम्र रहे जो ,वो मोहब्बत मुझे नही चाहिए । मेरे सांसो में खुलते हो तुम ,मुझे हिफाज़त नही चाहिए।। पल भर का साथ तुम्हारा मेरे मुस्कुराने के लिए काफी है। तुम तो दरिया हो सागर के ,जिनका बिछड़ना नामुम्किन है।। #रोश.... #तुम