किस्मत ही ऐसी है नजानें हम ही बदनसीब है पास होकर भी हमसें सब दूर हो जातें है पत्ता तो सहीं ही लिखतें है मगर संदेश रस्तें में खों जाते है कोशिश तो की थी बहुत तुमसें दिल हम लगाए ना मगर दिल करता वहीं है जो उसें हम मना करते है हम भी पागल ठहरें जो उनपर जाँ फना करतें है बेवफा तो वो है मगर हम कह नहीं पातें है पत्ता तो सहीं ही लिखतें है मगर संदेश रस्तें में खों जाते है। #nojotopoem lost letter