महादेव की बारात (अनुशीर्षक में पढ़ें) डमरू वाले बाबा चले ब्याह रचाने को नन्दी की सवारी करके गौरा जी को लाने को नारद जी को भेजा शिव ने मधुर संदेश सुनाने को बाबा की बारात में समस्त सृष्टि को बुलाने को ब्रह्म लोक तक खबर गई फिर पिता के घर जो नारद पहुंचे