#Pehlealfaaz मै मुजरिम था उन नज़रों में, नहीं मालूम गुनाह क्या था? वो कैसी थी अदालत भी, सजा कैसी? मामला क्या था? वक्त रहते बेगुनाही खुद की, नहीं मै कर सका साबित। बस पूछती थी मेरी बेगुनाही, बता तेरा गुनाह क्या था। #kc गुनाह क्या था...#kc