टीका एक हँसते बच्चे पर ऐसी है तुम्हारी बिंदी LHS is equals to RHS है तुम्हारी बिंदी चाँद पर एक दाग़ है पर चेहरे पर चार चाँद लगाती है तुम्हारी बिंदी जैसे गुरुत्वाकर्षण खींचता है अपनी ओर, ऐसी है तुम्हारी बिंदी थकान भरे दिन का एक सुकून है तुम्हारी बिंदी तूफ़ान के बाद एक बारिश की बूँद है तुम्हारी बिंदी तुम्हारे हँसते चेहरे पर जैसे पृथ्वी चक्कर लगाती है सूरज के ऐसे लगती है तुम्हारी बिंदी continues ©Suraj Anand Bindi.. #bindi #बिंदी #ishq