Nojoto: Largest Storytelling Platform

White मुझे अमावस्या की‌ ओर बढ़ते, चाँद के सफर-सा,

White मुझे अमावस्या की‌ ओर बढ़ते,
 चाँद के सफर-सा,
 प्रेम नहीं चाहिए तुम्हारा।।
*
 मेरी चाहत है..., 
 मुझे शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के
 सफर पर चलते चाँद-सा, 
पूर्ण, उज्जवल और पवित्र प्रेम मिले तुम्हारा।

©पूजा सक्सेना ‘पलक’
  #Love  कविता कोश कविताएं प्यार पर कविता कविता कोश

Love कविता कोश कविताएं प्यार पर कविता कविता कोश

126 Views