उस रात की उन अंधेरी सड़कों पे जुगनुओं की टिमटिमाती रोशनी में बादलों के बरसने से,बिजलियों के कड़कने से भय होता था कुछ आते हुए लोगों का वे लोग! हाँ वे लोग जो कहीं रौंद न दे मेरे अस्तित्व को छीन न ले मुझसे मेरी पहचान को बना न दे मुझे भी कोई दामिनी भय होता था कुछ आते हुए लोगों का वे लोग! हाँ वे लोग जो बदल न दे मेरी हँसी को सिसकियों में घसीट न ले मुझे वासना के गंदे खेल में बना न ले अपनी कायरता का निशाना मुझे भय होता था कुछ आते हुए लोगों का वे लोग! हाँ वे लोग जिन्होंने बदला मेरी नियति को मेरी चीखों को दबाया अपनी निर्लज्ज हँसी में मेरी गिड़गिड़ाहट में ढूँढी अपनी जीत हाँ इसलिए भय होता था कुछ आते हुए लोगों का। #निर्भया #दामिनी #nojotonews #nojotoapp #savegirls #nojotohindi #nojotoshayari #nojotostory Lakshmi singh