मेरी मोहब्बतों की कस्ती कही डुब ना ये जाए अब तो इसे या रब तु ही हैं पार लगाए ✍️मेरे अल्फ़ाज़ ✍️ ©Rukhasar Khanam #मोहब्बतों की कस्ती