ना तो किसी से फ़रियाद कर पाते हैं, ना ख़ुद में उम्मीद जगा पाते हैं; यह भी पता है की ना तो तू हमें मिल सकती है, ना हमारे साथ चार कदम चल सकती है; नजाने क्यूँ फिर भी दिल बार बार तुझे ही ढूंढता है, ये बात और है की, अब तो बस तेरी वो बिती यादें हैं... जो हमें जीने देता है। Unforgettable memories