White मैं यदि मन को जीत सका तो भव सागर को लांघ सकूंगा आंख मिलाकर तूफानों से बाधा विघ्न मिटाकर सारे जीवन चरखा साध सकूंगा मैं यदि मन को जीत सका तो कुंण्ठित हृदय वाणी का प्रेम मिटा चुका हूँ, हटा चुका हूँ जो खोया है, सब पाना है बाग प्रेम का सजा सकूंगा मैं यदि मन को जीत सका तो प्रश्न वहीं पर अडिग बने हैं परिवतर्न का केवल मार्ग जीवन रथ के पहिए को मैं पुनः वहीं पर लगा सकूंगा मैं यदि मन को जीत सका तो ©the untold poetry #Sad_Status #motivatation #Uttarakhand #pahadi जयश्री_RAM