ये कैसा सितम है,ये कैसा जमाना आ गया दरिया को पानी ना पिलाने का बहाना आ गया प्यासे शिद्दत तो सिर्फ उसके करीब जाने की थी यू नजरें फेर ली जैसे महफिल मे कोई बेगाना आ गया बेगाना