हुए हम जो उसूलों पर बरबाद तो, नसीब का मारा हुआ समझ लिया। मौत से पहले खुदा के बन्दों ने हमें, खुदा को प्यारा हुआ समझ लिया। मुफ्त में क्या मिलने लगे लोगों को, तो सिक्का वारा हुआ समझ लिया। मेरे अपने बारी-बारी यूं दूर गए कि, टूटा सा किनारा हुआ समझ लिया। हम रास्तों से थोड़े निराश क्या हुए, हमें सब ने हारा हुआ समझ लिया। ✍️"हुड्डन"🙏 #nirasha_थोड़ी_सी