तितली;यूँ ही अनकही बातों का समझ जाना-२ भाव में;जो बयां न कर सकूं शब्दों में-२ जीवन भर जाना;जीवन जो हो उमंग में जैसे हों चल रहे दोनों ही संग में, मेरे इस दीवानेपन में;सपने पाले अपने मन में हो उन्मुक्त उड़ें गगन में पंखों संग है होठों का सब जादू तितली-२ #part_6#my_life#titli#Mylove#kiss_day