उम्मीदें -चाहत थीं, अब हर लब्ज़ उदास होगा। जब प्यार था तुझसे ठुकरा दिया मुझे, तड़पोगी एक दिन मेरे दीदार को , जिस दिन तुझको प्यार होगा। -written by Jagadeeshwar Kushwaha दूर जाकर ना रुलाया करो...