|| नानी मां || बात हैं उन दिनों की जब नाना जी कार्यरत थे सैनिक सेवा में । नानी मां जीवन निर्वहन करती थी सूतो के धागे से ! जो वो प्यारा वस्त्र बनाती आज कहीं न दिखते हैं । उनके हस्तकलित चित्र कहीं न दिखते हैं ! नानी मां के हाथों की कला मंत्रमुग्ध करते थे ... मेरे लिए उन्होंने एक प्यारा फ्रॉक बुना था ! उन फ्रॉक एक - एक धागे आज उनकी याद दिलाते हैं ।। #नानी_का_प्यार #नानीमाँ #नानी_का_घर #नानीमाँमेरी #नानी_की_यादें