अभी-अभी उनके गली से गुजरे,चिलमन से उनका दीदार हुआ, जिंदगी को इतनी करीब से देख लिया मैने,इसका मुझे ऐतबार न हुआ। बस कुछ ऐसा ही प्यार था मेरा और उनका वाला, शब्द नहीं थी,इशारे ही काफी हुआ करते थे उनके दीदार के लिए कई दिन काटे थे उनकी गलियों में मैने, बस कुछ यही पागलपन था मेरे - उनके प्यार में, न मिलने की कोई जल्दी थी,न बिछड़ने का कोई मलाल था। तकलीफे दोनो तरफ बराबर थी,बस जरूरत थी एक दीदार थी। वो हमे छुपाए फिरते थे, हम उन्हे छिपाए फिरते थे अपने दिलों के दीवार में, डर था जमाने से कही कोई नासमझी न हो जाए मेरे उनके प्यार में। वो किसी और के हुए,हम किसी और के फिर भी न रोया गया मुझसे उनके प्यार में, बस एक टीस सी उठती है, दिल में, आज भी उनके सच्चे वाले प्यार में। ©neeraj rai #स्पेशलवालाप्यार #soulmate