जब सबसे भरोसेमंद इंसान पर शक होने लगे, तो यह मानकर चलें कि "यह गलतफहमी के सिवा और कुछ भी नही" और "सामने वाले व्यक्ति आपसे कम से कम तीन कदम आगे सोचकर चल रहा है"। "निर्णय तक ही पहुंचना है तो सही मानकर क्यों न चलें"। ©Sanjeev Kumar ##Thirtyseventhquote #Futureguidanceinfo