#यारी तेरी हर धड़कन को समझूं,, शायद इतने काबिल हुए अभी हम नहीं। पर बाटने से तेरे,, उसे कम ना करू, ऐसा भी तो "तेरा" कोई ग़म नहीं। माना के वक़्त लगता है मुझे तेरे होठों पे हसीं लाने में, पर यकीन मान "दोस्त",,मेरी दोस्ती से बढ़कर मेरे पास कोई और मल्हम नहीं।। ...a_secret_poettt... #friendship Varsha Singh Baghel(शिल्पी)