"नशा" "इश्क़" में नहीं, उस इश्क़ के "इंतज़ार" में है।। "नशा" "इजहार" का नहीं, उसके शरमाते "इनकार "का है।। "नशा" "इसरार" का नहीं, उसकी मुस्कुराती "इक्रारार" का है।। "नशा" " जिस्म" का नहीं, बस एक "रूहानी मुलाकात" का है।। और.…….......... और , मै नशे मे हूं।। ©Swati jain #नशा ही नशा है🥂