(बारिश) "निहारती नजरें मेरी ऐ! आसमान तुझको शायद मेरी भुखमरी देख तेरा दिल अब पसीज जाये मिल जाये मेरे खेत-खलियानों को जीवन(जल) मेरी मरती जीविका फिर से चल जाये।। निहारती नजरें मेरी......" ●~● (बबिता) ●~●