Happy Friendship "Life" 'मेरा आज का अनुभव' (Caption) "घरघरघररररऽऽघऽघररर".... स्कूटी के बंद होने की आवाज़ के साथ हीं एक चीखती आवाज़ "रे"... आवाज़ मोटू की थी और उसके अंदाज़ का भी पता था मुझे, रे के बाद अगला संबोधन उसका गाली के स्वर में हीं होने वाला था और मज़े की बात ये थी कि मेरे पिताजी सामने बैठे हुए थे,,, इससे पहले कि वो रे के बाद कुछ कहता मैं बिजली की गति से ऐसे उठा मानो तब अगर उसेन बोल्ट से भी रेस लगा रहा होता तो उसे भी घंटे के अन्तर से हरा देता... बहरहाल गेट खोलते हीं सामने मेरे लंगोटिया यार सत्तू ज़हरीली मुस्कान लिए मोटू के साथ खड़ा था, हम ल