आज का ज्ञान "हितने साहिम् सहितम; साहित्यकश्य भाष: साहित्यम`" अर्थात–जिसमें हित की भावना सम्मिहित हों। (((एक आदर्श व्यक्ति वही है जो स्वयं अपने जीवन का भला–बुरा सभी कुछ ग्रहण करता है, किंतु उसके बदले समाज को हमेशा भला ही अर्पित करता है।))) आदर्श नागरिक