रत को रति ढूंढे., और सत में सती की आस.., वाह रे मन मलंग.., बांधे से भी न बंधे.., और छुटे से न छूटे.., जैसे लिपटा हो तन से कोई भुजंग.., #मन #मलंग #yqbaba #yqquotes #yqhindiurdu #nightowl