ये जो रूप का निखार है, चाहत का ये संसार है। मुझे इश्क़ तेरे रूप से नहीं, तेरी सादगी से प्यार है। झुकती पलकों के नीचे, आँखों का मिलन द्वार है। ऐसी कशिश तेरे रूप की, दीवानगी का खुमार है। बालों को अपने बिखेरकर, जो रूप अपना सँवारती हो। ऐसी कशिश के कारण ही, ये दिल मेरा बेकरार है। Hello Resties! ❤️ Collab on this #rzpictureprompt and add your thoughts to it! 😊 #rzpicprompt738 #collabwithrestzone #restzone #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone #मेरी_ख्वाहिश #निखार