ख़ुशी और गम पैसों से खुशियाँ खरीदी जा सकती हैं- बच्चे को पतंग के लिये रोते हुये देखा, इक बिस्किट लेकर उसको उछलते हुये देखा, इज्जत के लिये पैरों से पेट ढकते हुये गरीब को देखा, चप्पल नहीं पैरो में छाले थे उस मजदूर को देखा।। पैसो से खुशियाँ कहाँ खरीदी जा सकती हैं?? रिक्शे पर इक इंसान चैन से सोते हुये देखा, नींद की गोली लेते हुये इक अमीर को देखा, साइकिल पर पिता को साथ लायी बच्ची को देखा, पिता को कार से वृद्धाश्रम छोड़ने जाते शख्स को देखा।। Happiness is state of mind. Happiness starts with you.🙂