खुशी चाहते हरदम हम पर खुशी कहां पाते हैं? जज (judge) करते, दोष गिनते बस खरपतवार के बीज उगाते हैं! जो बोएगा, वो पाएगा कहते, फिरते, हरदम हम पर समझ कहां पाते हैं? वरना खरपतवार की जगह हम फूल क्यों नहीं उगाते हैं? (Read in caption) खुशी चाहते हरदम हम पर खुशी कहां पाते हैं? जज (judge) करते, दोष गिनते बस खरपतवार के बीज उगाते हैं! जो बोएगा, वो पाएगा कहते, फिरते, हरदम हम पर समझ कहां पाते हैं?