नए नए प्यार का हर तेवर अच्छा लगता है कुछ दिन लगे पहचान में अब सूनापन अच्छा लगता है। हालाँकि जब मिले तो कुछ अपनी सी लगी वो पर पहली दफ़ा मिलो तो हर शख़्स अच्छा लगता है। ठोकर मिली जो उसकी तो लगा पत्थर सा रूप उसका पर अक़्ल खोल दे तो वो पत्थर भी अच्छा लगता है। तूने अपनी तरह से नापा और मेरा अलग रहा पैमाना ये प्यार ग़र इन सबसे ऊपर निकल जाए तो अच्छा लगता है। बहुत खोज लिया हमने ग़ैरों में मोहब्बत के अक्श को तपा जो छल में प्यार के तो अब माँ का आँचल अच्छा लगता है। #mother #love #people #betrayal #truth