वो सिहरन ! मेरे छूने से क्या अब , याद है तुमको ? वो तुम जब रूठ जाती थीं , मनाना !! याद है तुमको ? खफा होकर के जब तुम , बैठ जातीं थीं कभी मुझसे वो मेरा धुन गिटारों की , बजाना...याद है तुमको ? ।।१।। वो बन जाना हरफ़ तेरा , मुझे फिर हाशिया कहना तू मेरी शाज़िया ही थी , तू मेरी शाज़िया रहना वो चिलमन में सिमट जाना , के मेरे मुन्तज़िर को , फिर वो अपनी ज़ुल्फ़ की लट को घुमाना...याद है तुमको ? ।।२।। ©Suyogya Singh 'aviadeez' याद है तुमको ? #suyogyasingh #aviadeez #adz #nojotohindi #ishq