टूटे ख़्वाब के टुकड़े आफ़ताब किए दें लाज़िम है टूटा काँच ये आँखों में चुभ जाना ख़्वाबों में आए ठीक, आँखों में नहीं आना आँसू तो ठीक है लहू बन के न बह जाना #endangereddreams