तमाम शह्र सुने मुझको तेरे होंटों से तेरे सिवा मैं किसी और पर खुलूं भी नहीं करेगा कौन अधूरी तलाश की तकमील तेरी तलब का मेरे सर में अब जुनूँ भी नहीं ©Niraj Kumar Yadav #Wish #desire #Passion #Lohri