प्यारी यादे, एक वक़्त मुकम्मल करले तू अपने आने जाने का, यु वक़्त-बेवक़्त आकर देर रातो में हमसे उलझे रहना उन्हें पसंद नहीं, गुजारिश है ये नींदों की हमसे, दूर रहु में तुमसे रातो में, ये वक़्त हमारी और उनकी मोहब्बत का है। में और मेरी नींदे। भूषण जाधव। #VoW #nojoto #hindi #poems #shayari