ज़बां शीरी नहीं करवाहट भरी बेशक तो है नीम का पत्ता सेहत की खातिर लेना तो है ठंडी छांव ,फल कड़वे-मीठे ऐसा ही हूं मैं इश्क गर नहीं तो भी इतना है मुझको यकीं जज़्बात दिल में गरमाहट भरी बेशक तो है ©Qamar Abbas #neemjaisapyar