जो नक़ाब-ए-रुख़ उठा दी तो ये क़ैद भी लगा दी उठे हर निगाह लेकिन कोई बाम तक न पहुँचे # शकील बदायुनी جو نقاب رخ اٹھا دی تو یہ قید بھی لگا دی