बिल्कुल काम नहीं लेता ये दिल सबर से अब हार गई कोशिशें मेरी, बस मुझे ज़हर दे अब वो घर छोड़ मेरा, ख़िला किसी और आंगन में चहकते भी नहीं दर-ओ-दीवार मेरे घर के अब तेरी किस अदा का मारा जाने कौन बेचारा है तड़प जाता है मगर आता नहीं तेरे दर पे अब कितने तुफ़ान झेले ,किन हालातों का मारा है बहुत दिनों से किनारे नहीं देखे समंदर ने अब सब कह देते है दर्द नहीं छलकता बातों में अब किस हादसे से गुजर के लाऊं मै हुनर ये अब @अभिनव #Barbad_Shayar #barbad_shayar #jallad #Love #Pain