मैं एक खुली किताब हुँ, रंगीन स्याही से गोदे कई अनकहे राज हुँ... पर्दे उठाने के लिए पढना तो पड़ेगा न! पढने के लिए इत्मीनान ज़रूरी है, ढेर सारी मोहब्बत, रूह की नज़ाफत मेरी जान ज़रूरी है!! कहते हैं महिलाओँ को समझना टेढी खीर है पर ऐसा है नही,, पर कुछ तो ज़रूरी है!! #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #astheticthoughts #mohabbat #love #meaun