अपनीं लाश अपनें ही कन्धों पे ढो रहा हूँ। होश जब से संभाला मैं तब से रो रहा हूँ।। ये नफरतों का दौर है,इस नफरतों के दौर में। मैं अकेले ही उल्फ़तों के बीज बो रहा हूँ।। ©Viswa Sachan #उल्फ़तों_के_बीज___😘💝 pooja