कुछ गुलाब रख आये है आज हम उनके दहलीज पर रंगों से होली खेलना पसंद नही उनकों ताकि फूलों से खेल ले..!! #प्रीत_के_रंग_में_रंग_कर #इश़्क_की_गुलाबी_होली #काव्य_प्रेमी #काव्यधारा_एक_पवित्र_प्रवाह #दिल_धड़कता_है_बस_तेरे_नाम_से #कवि_होकर_जुदा_तुमसे_सोचों_कभी_कैसे_जीते_है दिवाना_तेरा #दिवाना_अपनी_जान_का love_you_life #love_you_rose🌹🌹