सोचा नहीं था कभी दिन ऐसे भी बिताने होंगे जीना भी जरूरी होगा,अहसान भी उतारने होंगे कोई दर्द पुराना भुलाने को नये दर्द जगाने होंगे मुस्कुराना भी जरूरी होगा,आँसू भी छिपाने होंगे... सोचा न था आँखें हमेशा भीगी रहेंगी। #सोचानथा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi