भारत माता ! भारती माता ! पातीं दोनों आरती माता। अच्छा है संयोग,योग ही मुहूर्त का है, अवसर अपने भाग्य भोग स्वत: स्फूर्त का है, दृष्टि बाह्य -अंत: पुकारती माता। २६ जनवरी और सरस्वती पूजा २०२३। ©BANDHETIYA OFFICIAL #छब्बीस जनवरी